बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने जमात-ए-इस्लामी और इसके छात्र संगठन 'छात्र शिबिर' पर लगा प्रतिबंध हटा दिया, जो पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के शासनकाल में लगाया गया था।
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने बुधवार को जमात-ए-इस्लामी और इसके छात्र संगठन 'छात्र शिबिर' पर लगा प्रतिबंध हटा दिया। यह प्रतिबंधन पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के शासन काल में लगाया गया था। देश में बड़े हिंसक प्रदर्शनों के बाद हसीना को इसी महीने पद से इस्तीफा देना पड़ा और देश छोड़कर भागना पड़ा था। गृहमंत्रालय ने एक अधिसूचना में इस संगठन के खिलाफ कोई विशेष सबूत नहीं थे। इसलिए इन पर लगाया गया प्रतिबंध तत्काल प्रभाव से हटाया गया है। हसीना के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती अवामी लीग सरकार ने...
गया प्रतिबंध सबूतों के अभाव में हटाया गया है। सरकार का मानना है कि जमात और उसकी छात्र शाखा आतंकवादी गतिविधियों और हिंसा में शामिल नहीं थी। सरकार ने यह कदम तब उठाया है, जब अटॉर्नी जनरल मोहम्मद असदुज्जमान ने हाईकोर्ट से आग्रह किया था कि वह शेख हसीना की अवामी लीग को राजनीतिक पार्टी के रूप में प्रतिबंधि करने और उसका पंजीकरण रद्द करने के लिए दायर याचिका को तत्काल खारिज करे। उन्होंने अदालत को बताया कि अंतरिम सरकार का किसी भी राजनीतिक संगठन पर प्रतिबंध लगाने का कोई इरादा नहीं है। हाईकोर्ट ने सारदा...
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