Ridge Gourd Cultivation: खरीफ के मौसम में तुरई की खेती भी किसानों के लिए अच्छा विकल्प बन सकती है। किसान इसकी खेती करके भी कम समय में अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। इस फसल को लगाने और तैयार करने में बहुत ही कम खर्च और देखभाल की जरूरत होती है। तुरई की खेती कम समय में किसानों को दे भारी मुनाफा दे सकता...
जमुई: अगर हमारे किसान खरीफ के मौसम में धान मक्का या अन्य किसी बड़ी फसल की बुवाई नहीं कर पाए हैं तो अपने खेतों में तुरई की खेती करके कम समय में अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। कृषि वैज्ञानिक डॉ प्रमोद कुमार ने बताया कि जिन किसानों ने अभी तक इस खरीफ के मौसम में अपने खेतों में कोई फसल नहीं लगाया है, वो तुरई अथवा नेनुआ लगा सकते हैं। तुरई की खेती कब और कैसे करेंअभी इस फसल को लगा देने के बाद रबी के मौसम में गेहूं के फसल को लगाने के लिए पर्याप्त समय मिल जाएगा। सबसे बड़ी खासियत ये है कि तुरई 50 दिन में पूरी...
अच्छी खासी डिमांड है। जिसके कारण किसान अच्छी आमदनी कर सकते हैं। तुरई की खेती के लिए सर्वोत्तम बीजटी-36, टी-9, पीटी-30 और पीटी-303 तुरई की उन्नत किस्म है। इस फसल का समय समाप्त होने पर किसान अपने खेतों में गेहूं लगा सकते हैं। सितंबर माह के प्रथम सप्ताह से लेकर आगामी 50 दिन तक इसे लगाया जा सकता है। अच्छी उपज प्राप्त करने के लिए किसान इसको लगाते समय प्रति हेक्टेयर में 20 किलोग्राम नाइट्रोजन और 30 किलो पोटाशका इस्तेमाल करें। थाइमर फफूंदनाशक का प्रयोग अवश्य करेंइससे पौधों का समुचित विकास होता है।...
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